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May 15, 2015

वो चेहरा कुछ अलग था..

वो चेहरा कुछ अलग था । 
 जिसका असर हम पर कुछ अलग था । 
 जब जब निगाहे पङी, वो एहसास कुछ अलग था। 
 एक मुस्कान ही काफी , 
फिर भी अंदाज -ए- बँया कुछ अलग था । 

 अनजान ने मुलाकात लफ्जोँ से न कि 
 "अजनबी" वो नजरो का कमाल कुछ अलग था ।
 बिन मिलन भी ,
वो दुरियोँ का फासला कुछ अलग था । 
 कितने दिन गुजारे, 
तेरे नाम से यू तेरे नाम मेँ कुछ अलग था । 
 तुझे भनक ना होगी 'Shr...,' 
बस 'अवि' का इजहार-ए-इश्क कुछ अलग था ॥

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